* ल्यूकोरिया(सफेद पानी)कीबीमारी सफेद पानीकीबीमारी महिलाओं के शरीर को बेहद कमजोर कर देती है और बोनस के रूप में कुछ और भी बीमारियों को पैदा कर देती है .
* जैसे त्वचा में रूखापन, गालों में गड्ढे, कमर दर्द, #सेक्स में अरुचि, घुटनों में दर्द, पाचन में गड़बड़ी, चिडचिडापन आदि इत्यादि...
इसका एक बेहद सरल इलाज है-
#कौंच के बीज कौंच को कपिकच्छु भी कहते हैं. इसमें कैल्शियम, फास्फोरस , लौह तत्व, प्रोटीन, गंधक और गेलिक एसिडपाया जाता है. आप कौंच के बीज लीजिये. उनका पावडर बना लीजिये .बस इसी पावडर को सुबह शाम पानी से निगल लीजिये .मात्रा होगी २-२ ग्राम.देखिये फिर जल्दी ही आपको इस नामुराद #बीमारी से२१ दिन में ही.कैसे छुटकारा मिलता है.
#कई बीमारियों को दूर करता है #अशोक का पेड़पेड़ पौधे ना सिर्फ पर्यावरण को स्वच्छ बनाते हैं, बल्कि हमारे जीवन में भी बहुत अधिक महत्व रखते हैं। इनसे कई जीवन रक्षक दवाएं बनाई जाती हैं, जो हमारे शरीर को स्वस्थ्य रखती हैं। इन्हीं में से एक है अशोक का पेड़ जो घर के आस पास सौंदर्य तो बढ़ाता ही है साथ ही इसके औषधीय गुणं इसे और भी उपयोगी बनाते हैं।
क्या हैं फायदे:-
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#मधुमेह में आशोक के सूखे पुष्पों के एक चम्मच चूर्ण का सेवन करने से लाभ मिलता है।
#रक्त प्रदर में इसकी छाल का एक चम्मच चूर्ण, एक कप पानी और थोडी सी शक्कर को एक कप दूध में मिलाकर गर्म कर के पीने से लाभ मिलता है।
#अशोक की छाल, नीबू के रस व दूध केमिश्रण का लेप लगाने से #मुंहासे जल्दी ठीक हो जाते हैं।
#सूजन व जलन में अशोक की छाल का काढ़ा बनाकर लगाने से और पीने से लाभ मिलता है।
#गर्भाशय रोगों में सुबह शाम भोजन के बाद अशोकारिष्ट का सेवन करें।
#पेट दर्द में अशोक की पत्तियों के काढ़े में जीरा मिलाकर पीने से लाभ मिलता है।
#मूत्रघात के रोग में इसकी एक चम्मच बीजों का चूर्ण जल के साथ सेवन करने से मूत्र घात एंव #पथरी का नाश होता है।
#ल्यूकोरिया की बीमारी में भी इसकी छाल के चूर्ण वा मिश्री को सामान मात्रा में मिलाकर गाय के दूध के साथ सुबह शाम सेवन करना चाहिए। इसके अलावा आंवला, गिलोय के चूर्ण को अशोक की छाल के चूर्ण के साथ बराबर मात्रा में उबालकर उसमें जल मिलाएं और शहद के साथ सुबह शाम सेवन करें।
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