Tuesday, September 1, 2015

शीघ्रपतन और कमजोरी - Premature ejaculation and weakness

आजकल पुरुषों में पाई जाने वाली कुछ शारीरिक समस्याएं जैसे स्वप्न दोष, शीघ्रपतन व कमजोरी आदि ऐसी समस्याएं हैं जो चेतन मन के नियंत्रण खो देने पर होती हैं। इसके कारण मन अवचेतन के किसी कोने में दबी पड़ी वासना के अनुसार प्रतिक्रिया करने लगता है। जब ये समस्या बड़ा रूप ले लेती हैं तो ऐसे पुरुषों का वैवाहिक जीवन खुशहाल नहीं रह पाता है-



इसलिए इन समस्याओं के हल के लिए हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ छोटे-छोटे नुस्खे-


केला और आंवला बढ़ाते हैं ताकत:-



जिन लोगों को अत्यधिक स्वप्नदोष होने की समस्या है, वे प्रतिदिन आंवले का मुरब्बा खाएं। केला पुरुषों की शक्ति बढ़ाने वाला फल है। प्रतिदिन केले खाएं एवं संभव हो तो केले खाने के बाद दूध भी पीएं।

अनार के छिलकों का प्रयोग:-



अनार गुणों से भरपूर होता है, ये तो हम सभी जानते हैं, लेकिन अनार का छिलका भी बहुत उपयोगी होता है। पुरुषों में कमजोरी की समस्या में अनार के छिलके बहुत लाभदायक होते हैं। अनार के छिलकों को सुखाकर पीस लें। प्रतिदिन सुबह और शाम एक चम्मच इस चूर्ण को खाएं। कमजोरी व शीघ्रपतन की समस्या से शीघ्र ही राहत मिलेगी।

रात को लें ये चीजें:-



रोज रात को सोने से पहले लहसुन की दो कलियां निगल लें। इसके बाद थोड़ा-सा पानी पीएं। आंवले के चूर्ण में मिश्री पीसकर मिलाएं। प्रतिदिन रात को सोने से पहले करीब एक चम्मच इस चूर्ण का सेवन करें।

एक आसान उपाय यह भी:-



शीघ्रपतन की शिकायत हो तो धाय के फूल, मुलेठी, नागकेशर, बबूलफली बराबर मात्रा में लेकर इसमें आधी मात्रा में मिश्री मिलाकर पीस लें। इस चूर्ण का 5-5 ग्राम की मात्रा में सेवन लगातार एक माह तक करें। इससे शीघ्रपतन में बहुत जल्दी लाभ मिलता है।

ये खरपतवार भी है काम की:-



पुनर्नवा एक तरह का खरपतवार है। यह पुरुषों की कमजोरी को दूर करने में रामबाण का काम करता है। कहा जाता है कि पुनर्नवा की जड़ों का रस (2 चम्मच) दो से तीन माह तक लगातार दूध के साथ सेवन करने से वृद्ध व्यक्ति भी युवा की तरह महसूस करने लगता है।

आप इन चीजों से रखें दूरियां:-



बहुत अधिक गरिष्ठ भोजन जैसे ऑयली फूड , पिज्जा, बर्गर जैसे फास्ट फूड भी इन समस्यओं का एक बड़ा कारण हैं। अधिक घी-दूध, मेवे-मिठाई, पौष्टिक चीजों आदि का सेवन करना भी आयुर्वेद की दृष्टि से अच्छा नहीं माना गया है।

उपचार और प्रयोग -http://www.upcharaurprayog.com

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