बाज़ार में आसानी से उपलब्ध होने वाली तिलहन है -अलसी के गुणों की व्याख्या जितनी भी की जाए कम है ये आपको अनाज बेचने वाले या किसी भी पंसारी से प्राप्त हो जाती है -
आप जाने अलसी के गुण :-
क्या आप जानते है कि-अलसी आज के Modern Era (आधुनिक युग) में स्त्रियों की यौन-इच्छा, कामोत्तेजना, चरम-आनंद विकार, बांझपन, गर्भपात, दुग्ध-अल्पता की महान औषधि है-
स्त्रियों की सभी लैंगिक समस्याओं के सारे उपचारों में सर्वश्रेष्ठ और सुरक्षित है अलसी-
“व्हाई वी लव” और “ऐनाटॉमी ऑफ लव” की महान लेखिका और शोधकर्ता और चिंतक हेलन फिशर ने भी अलसी को प्रेम, काम-पिपासा और लैंगिक संसर्ग के लिए आवश्यक सभी रसायनों जैसे डोपामीन, नाइट्रिक ऑक्साइड, नोरइपिनेफ्रीन, ऑक्सिटोसिन, सीरोटोनिन, टेस्टोस्टिरोन और फेरोमोन्स का प्रमुख घटक माना है
अलसी आपकी और आपके जीवनसाथी की त्वचा को आकर्षक, कोमल, नम, बेदाग व गोरा बनायेगी। आपके केश काले, घने, मजबूत, चमकदार और रेशमी हो जायेंगे-
अलसी आपकी देह को ऊर्जावान और मांसल बना देगी। शरीर में चुस्ती-फुर्ती बनी गहेगी, न क्रोध आयेगा और न कभी थकावट होगी। मन शांत, सकारात्मक और दिव्य हो जायेगा-
अलसी में ओमेगा-3 फैट, आर्जिनीन, लिगनेन, सेलेनियम, जिंक और मेगनीशियम होते हैं जो स्त्री हार्मोन्स, टेस्टोस्टिरोन (Testostiron ) और फेरोमोन्स (Pheromones ) ये सभी आकर्षण के हार्मोन के निर्माण के मूलभूत घटक हैं। टेस्टोस्टिरोन आपकी कामेच्छा को चरम स्तर पर रखता है-
अलसी में विद्यमान ओमेगा-3 फैट (Omega-3 Fat ) और लिगनेन (Lignen ) जननेन्द्रियों में रक्त के प्रवाह को बढ़ाती हैं, जिससे आपकी कामोत्तेजना बढ़ती है-
इसके अलावा ये शिथिल पड़ी क्षतिग्रस्त नाड़ियों का कायाकल्प (Rejuvenation ) करती हैं जिससे मस्तिष्क और जननेन्द्रियों के बीच सूचनाओं एवं संवेदनाओं का प्रवाह दुरुस्त हो जाता है।
नाड़ियों को स्वस्थ रखने में अलसी में विद्यमान लेसीथिन, विटामिन बी ग्रुप, बीटा केरोटीन, फोलेट, कॉपर आदि की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
अलसी के सेवन से कैसे प्रेम और यौवन की रासलीला सजती है, दिव्य -सम्भोग का दौर चलता है, देह के सारे चक्र खुल जाते हैं, पूरे शरीर में दैविक ऊर्जा का प्रवाह होता है और सम्भोग एक यांत्रिक क्रीड़ा न रह कर शिव और उमा की रति-क्रीड़ा का उत्सव बन जाता है, समाधि का रूप बन जाता है- फिर क्यों देर करते है-आज ही अपनाए अलसी -
अलसी को बाज़ार से किसी भी पंसारी से लाये-और सौ ग्राम को हल्का सा तवे पे गर्म करे फिर पीस कर एयर टाईट डिब्बे में रख ले - प्रतिदिन बीस -तीस ग्राम रोज ले -ये सिर्फ एक हफ्ते का ही बनाए-क्युकी ख़राब हो जाता है -
उपचार और प्रयोग-
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