Saturday, April 4, 2015

घर या नए मकान की नकारात्मक उर्जा केसे हटाये ....!

* अक्सर लोगों की शिकायत रहती है कि पैसा आता तो है पर बरकत नहीं होती है। पैसा कहां चला जाता है कुछ पता नहीं चलता है। हो सकता है कि आप भी इस तरह की समस्या से परेशान हों। इसका आसान से हल वास्तु विज्ञान में मौजूद है।



* वास्तु विज्ञान के अनुसार इस तरह की परेशानी का कारण नकारात्मक ऊर्जा है। मकान के किसी कमरे में अकेले जाने या उस कमरे में सोने से डर लगने का कारण भी है। परिवार में अक्सर खींचातानी चलती रहती है तो इसका कारण भी नकारात्मक ऊर्जा हो सकती है।

* ये सच है कि जब हम किसी नए मकान को बना के उसमे प्रवेश करते है तो पूजा करने का एक विधान है क्युकि मंत्रोच्चारण एवं शंख ध्वनि एवं घंटी आदि से उस स्थान पे स्थित नकारात्मक उर्जा का प्रभाव समाप्त हो जाता है .आप नया घर नई शुरुआत,बदलावो और जीवन के विभिन्न पहलुओ संबंधी नई चुनौतियो की शुरुआत होता है| कोई आश्चर्या नही है की धरम और संस्कृति में नये घर में परवेश से पहले की जाने वाली शुद्धिकरण प्रक्रिया को अत्यधिक महत्व  दिया जाता है| यह समारोह घर से नकारात्मक तरंगो व उर्जा को दूर करता है|

* यूँ तो हर घर में नये घर की शुद्दीकरण की अपनी -अपनी विधियाँ होती है परन्तु कुछ आम व बेहद परभावी चीज़ो की जानकारी से आपको अवगत करा  रहे है जिनका प्रयोग आप अपने घर के शुद्धिकरण के लिए कर सकते है | जब आप किराए के मकान को बदल कर नए किराए के मकान में भी प्रवेश करते है तब भी आप ये निम्नलिखित बात प्रयोग करे तो आपको सुख -शान्ति का अनुभव होगा ..

* प्राचीन काल से पानी(जल ) को बेहद शकतिशाली शुद्धिकरण तत्व  माना जाता रहा है| ट्यूंटी के आम पानी को एक  कटोरी मैं भर लें| 3 से 4 घंटे तक इससे सूरज की रोशनी में पड़ा रहने दें| अब ये पानी चार्ज होकर शुद्धिकरण के लिए तैयार है| कटोरी को हाथ मैं लेकर ईश्वर से प्राथना करते होये अपना मनोरथ तय करें| शुद्धिकरण  के लिए ताज़ा आम या अशोक पत्तियों से आप सारे घर में इस जल के छींटे दे|

* अग्नि स्वच्छ करने वाला एक ताकतवर तत्व  है| एक अग्गरबत्ती या लोबान  जला कर सारे घर में घुमाएँ| इस दोरान पवित्र पुस्तकों से या ग्रन्थों से मंत्रोंचरण करते रहें| इसके धुएँ को घर के कोने तक पहॉंचाएँ और अपने नये घर में सवयं और परिवार के लिए प्रसन्नता की कामना करें|

*  नमक को भी एक शक्तिशाली शुद्धिकरण तत्व माना जाता रहा है| अच्छी मात्रा में नमक को कोनों में और कमरों में रात को फैला दें| ये नमक आपके घर की नकारात्मक उर्जा को सोख लेता है| सुबह इस नमक को झाड़ू से साफ कर घर से बाहर कर दें ताकि घर से नकारात्मक उर्जा भी इसके साथ बाहर हो जाए |और अगर नियमित पोछा लगाते समय पानी में थोडा सा नमक मिला के पोछा लगाये तो नकारात्मक उर्जा के साथ ही सम्पन्नता का आगमन भी होता है ये देखने में साधारण सी बात लगती है लेकिन जीवन में आपके आनंद और सम्पन्नता से सराबोर करने की शक्ति रखती है .

* ध्वनि भी सकारात्मक उर्जा को गति देती है और इससे घर को शुद्ध भी किया जा सकता है| प्रार्थना करने और अपने मनोरथ तय करने के बाद अपनी पसंद की किसी ध्वनि तकनीक का इस्तेमाल करें| कुछ लोग कमरे में तालियो की आवाज़ की गूँज भरना पसंद करते हैं जो किसी भी स्थान में  सकारात्मक उर्जा व विचारों को आकर्षित करती है| कुछ लोग पूजा में प्रयोग होने वाली घंटियों को बजाते होये पुर घर में च्क्कर लगातें हें | ढोल की लयबद्ध ध्वनि से किसी भी स्थान में उर्जा का उच्च स्तर पैदा किया जा सकता है| किसी वाध्यन्त्र के स्थान पर आपकी अपनी आवाज़ भी एक शक्तिशाली शुद्धीकरण त्तव का काम कर सकती है| नये घर में मंत्रोच्चारण , गुनगुनाना या गायन भी इसे शर्तिया तौर पर उर्जा से भर देता है|सबसे उत्तम शंख ध्वनि है जिसके प्रयोग से घर की सभी नकारात्मक उर्जा का बहिस्कार हो जाता है और शंख में प्रयुक्त जल को आप घर में प्रक्षालन कर सकते है .

* नये घर के हर कमरे और स्थान पर जाकर मंत्रोच्चरण करने हेतु एरोमथ्हेरपि में इस्तेमाल होने वाले तेल को छिड़के | कोनों पर विशेष ध्यान दें जहा आमतौर पर नकारत्मक उर्जा का स्थान होता  है| इस तेल  की खुशबू घर की शुद्धि के लिए काफ़ी ताकतवर तत्व  के रूप में काम करती है|

*  यदि आप ऐसे घर में प्रवेश  करने वाले है जहाँ आपसे पहले भी कोई रहता था तो उसकी शुद्धिकरण का सबसे प्रभावी तरीका  है की उस घर के पूर्व निवासियों दवारा पीछे छोड़ी गई नकारात्मक उर्जा को हटाने के लिए घर की अची तरह से सफाई करके वहाँ नया पेंट करवाया जाए | ऐसा करने का सबसे उपयोक्त मौका तभी होता  है जब वह खाली होता है | पर्याप्त  समय के लिए खिड़किया व दरवाज़ों को खुला रहने दें ताकि सूर्या की रोशनी ह्वा भीतर तक प्रवेश कर सकारात्मक तरंगों से घर भर दें|

* खिड़कियों को चौबीस घंटे में से कम से कम पच्चीस मिनट के लिए जरुर खोलें ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा को प्रवेश करने का और नकारात्मक उर्जा को बाहर निकलने का रास्ता निकल पाएं।

* घर में पूजा घर में नियमित रूप से घी का दीपक जलाएं।

* घर के मंदिर में देवी-देवताओं पर चढ़ाए गए फूल-हार दूसरे दूसरे दिन हटा देना चाहिए।

* अनावश्यक वस्तु, सूखे पौधे या सूखे फूलों का गुलदस्ता निराशा बढ़ाते हैं। इसलिए इन्हें घर से बाहर कर दें।

* घर में ख़राब विद्युत उपकरण नहीं रखें। अगर ठीक नहीं हो सकते तो घर से बाहर कर दें।

* नियमित साफ-सफाई नहीं होने से दीवारों व सामानों पर धूल-मिट्टी जम जाती है, जिससे घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है।

* देवी-देवताओं की मूर्तियां उपहार में देना व घर में शो-पीस के रूप में सजाना भी ठीक नहीं है।

* घरों में अनावश्यक फर्नीचर और बड़ी-बड़ी आकृतियां रखना सकारात्मक ऊर्जा के संचार में बाधा उत्पन्न करता है। अत: घर में केवल उपयोगी वस्तुएं ही रखें।

* घर में तुलसी के पौधे के स्थापना अवस्य करे ये घर के वातावरण को शुद्ध करने के साथ-साथ नकारात्मक उर्जा के प्रवेश पे प्रतिबंध लगाती है .आप उत्तर के कोण में तुलसी का पौधा लगाएं।

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