लड़कियों में स्तन का उभार आना सामान्य तौर पर 10 से 12 वर्ष की आयु में ही शुरू हो जाता है और यह प्रक्रिया 18 वर्ष की आयु तक जारी रहती है। यद्द्पि खास तरह के ऊतकों एवं वसा (चर्बी) से निर्मित स्तन का ऊतकीय विकास वयःसंधि काल में ही पूरा हो जाता है-
किशोरियों में योवन आरम्भ के समय प्राकृतिक परिवर्तन अपना समय लेता है और आप धीरे धीरे स्तनों के आकार में परिवर्तन महसूस करते हैं . इसे कुछ समय दीजिये और शांत रहिये , स्तनों को बढ़ने में लगने वाले समय के लिए चिंता मत कीजिये. लेकिन यदि आप स्तनों को जल्दी बढ़ाना चाहती हैं, तो आप कुछ चिकित्सा पद्धति का अनुसरण कर सकती हैं.
किशोरियों के स्तन बढ़ाने के लिए उपाय-
कुछ मुख्य उपायों में से एक उपाय हैं वजन बढ़ाना. जब आपका वजन बढ़ता हैं तो धीरे धीरे आपके स्तनों का आकर भी बढ़ता हैं . आप अपने चिकित्सक को हौर्मोंस का स्तर जांचने के लिए भी बोल सकते हैं यदि आपको ऐसा लगता हैं की आपके स्तन बहुत ही धीमी गति से बढ़ रहे हैं . कुछ व्यायाम करें जो आपके स्तनों की वृद्धि में मददगार हो.
वजन बढ़ने के लिए आप मूंगफली, चीज़, मक्खन, दही, नाशपाती और दुसरे स्वास्थ्यकर भोज्य पदार्थ खा सकते हैं. आप जिम जाकर देख सकते हैं और वहां कुछ अच्छा समय बिता सकते हैं. आपका प्रशिक्षक आपकी मदद सही कसरत करने में कर सकता है जो उसे आवश्यक लगे. 13-15 पुश- अप्स करें, भारोत्तोलन और दूसरी छाती की कसरत करें जो छाती की मांसपेशियों को खींच सके.
पुश-अप्स आपके अग्र भाग को ज़मीन से सटाकर और हाथों को ज़मीन पर समतल रखकर किया जा सकता है. अपने पैरो को फर्श पर सीधा रखे और हथेली की सहायता से स्वयं को ऊपर उठाइए और धीरे धीरे नीचे लाइए. यह प्रकिया कम से कम 13 से 15 बार दोहराए और आप अपने हाथों और छाती को मज़बूत और स्वस्थ महसूस करेंगे. गाँव में कुँए से पानी खींचना भी छाती की मांसपेशियों के खिंचाव में मदद कर सकता है, जिससे आपके स्तन तेज़ी से बढ़ेंगे.
चेस्ट प्रेसेस डम्बल्स या वज़न को दोनों तरफ रखकर और ऊपर उठाकर किया जा सकता है. चटाई पर सीधे खड़े हो जाइये और दोनों घुटनों को मोड़िये और दोनों हाथों में वज़न लीजिये. धीरे से उन्हें आपके कन्धों के स्तर तक उठाइए और फिर वापस पुरानी स्थिति में लाइए. यह दिन में 10-15 बार दोहराइए और आप आसानी से परिवर्तन देख सकते हैं.
एक और व्यायाम है छाती संकुचन है - अपने पैरो को कुल्हो के बराबर दुरी पर रख कर सीधे खड़े हो जाइये. स्नान तोलिये के दोनों छोर पकडिये और अपने हाथो को सीधा फैलाईये तोलिये के छोरो को विपरीत दिशाओ में दोनों हाथो में खिचिये. ठीक उसी तरह जेसे आप रस्साकसी खेलते है. आप 30 सेकंड से एक मिनट तक रुक सकते है और यह व्यायाम 3 बार करे.
एक और चेस्ट व्यायाम आपके घर बिना अधिक प्रयास के किया जा सकता है. कुर्सी के बीचो बीच बैठ जाइये और अपनों भुजाओ से समान वजन उठाइए. अपने हाथो वजन सहित सीधा कंधे के स्तर तक उठाइए और धीरे से नीचे लाइए, ध्यान रखिये के आपके हाथ आपस में पास होने चाहिए. और आपके निचले शरीर के तरफ हाथो का मुख होना चाहिए. यह व्यायाम एक दिन में 12 बार और 3 सेट में करे. आप रात में ब्रा का उपयोग टाल सकती है.
प्रतिदिन पपीते का रस और दुध पीना स्तनों की वृद्धि का प्रक्रतिक तरीका है. इन दोनों में उपस्थित प्रोटीन , विटामिन और पोषक तत्व स्तन वर्धि को बढाएंगे. ताज़ा पपीता खाना एक दूसरा अच्छा तरीका है.
स्वास्थयप्रद भोजन कीजिये जिसमे प्रोटीन भरपूर मात्रा में हो जेसे अंडे, मूंगफली का मक्ख्हन, मछली, सुपारी, दूध और मुर्गी का मांस. प्रोटीन से भरपूर भोज्य पदार्थ ढूंढिए और उन्हें प्रतिदिन खाने की कोशिश कीजिये. शक्कर, संश्लेषित भोज्य पदार्थ, सोडा, फ़ास्ट फ़ूड इत्यादि कम से कम खाइए. इसके स्थान पर बहुत सा पानी पीजिये.
अपने स्तनों की प्रतिदिन या हर रात मालिश कीजिये, यह वास्तव में स्तनों के ऊतकों की मदद करेगा. एक टेबल स्पून अलसी के बीज स्तनों की वृद्धि में बहुत मददगार होता है. स्तनों की शीघ्र वृद्धि के आहार उपचार जिनका आपको अनुसरण करना चाहिए
ऐसे भोज्य पदार्थ जिसमे अस्ट्रोजन अधिक हो, स्तन वृद्धि के लिए बहुत लाभकारी होता है. हौर्मोंस की विषमता भी स्तन वृद्धि के पीछे बहुत बड़ा कारण है. आइये कुछ अस्ट्रोजन की अधिकता वाले भोज्य पदार्थ देखें-
फल और सब्जियां -
इनमें अस्ट्रोजन अधिक पाया जाता है. खजूर, चेरी, सेब और आलूबुखारा प्रतिदिन खाने के साथ खाना चाहिए-
मेथी
यह स्तन वृद्धि के लिए सिद्ध तथा उत्तम जड़ी है. इसलिए ऐसा भोजन करने की कोशिश कीजिये जिसमे मेथी का घटक हो. मेथी की पत्तियां दूध में भी वृद्धि करती हैं-
सोयाबीन
सोया उत्पाद जैसे सोया दूध, सोया मक्खन, सोया कॉफ़ी, सोया ब्रेड आदि में अस्ट्रोजन का स्तर उच्च होता है. स्तन वृद्धि में ये सोया उत्पाद अच्छा परिणाम देंगे-
अलसी बीज
ये स्तन वृद्धि में बहुत प्रभावकारी पाए गए हैं. आप बहुत सारे दुसरे बीज भी स्तन वृद्धि में उपयोग कर सकते हैं जैसे पपीते के बीज, सौंफ के बीज, सूरजमुखी के बीज इत्यादि-
मटर और फलियाँ
आप मटर और फलियों से प्राकृतिक अस्ट्रोजन प्राप्त कर सकते हैं. राजमा, लाल राजमा, लिमा बीन्स, छोले और अम्जोद, प्रोटीन भोज्य पदार्थों के साथ खाया जाना चाहिए जो स्तन वृद्धि में मददगार होता है-
जैतून
जैतून और जैतून का तेल स्तन वृद्धि का सर्वोत्तम उपचार हैं. वर्जिन जैतून का तेल और काला जैतून स्तन वृद्धि के लिए सर्वोत्तम हैं. आप स्तन वृद्धि के लिए दूसरे तेल भी उपयोग कर सकते हैं जैसे- कच्चे अखरोट का तेल, अलसी का तेल, अवोकेडो तेल और तिल का तेल-
हमेशा धीरज रखिये, स्तनों का आकार धीरे-धीरे बढ़ेगा और यह आपको जल्दी ही पता चल जाएगा. ख़ास तौर पर तब जब आप यौवन आरम्भ से गुज़र रहे हों, स्तनों के आकार वृद्धि में कुछ समय लगेगा-
बड़े स्तनों के लिए अमल में लाये जा सकने वाले सुझाव-
बार बार स्तनों की मालिश कीजिये, इससे स्तनों का आकार बढ़ता है और स्तन आकर्षक बनते हैं-
सॉफ्ट ड्रिंक, चाय, कॉफ़ी, शराब आदि का उपभोग टालिए, इससे स्तन वृद्धि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है-
जंक फ़ूड मत खाइए. यह स्तन वृद्धि पर असर डालता है. बहुत सारा पानी पीजिये और नियमित रूप से कसरत कीजिये-
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