आज की भाग दौड़ और तनाव भरी जीवन शैली से उत्पन्न चितां, शोक, भय तथा क्रोध आदि का मस्तिष्क पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है परिणाम स्वरूप स्मरणशक्ति की हानि छोटी-छोटी बातों पर अत्याधिक भावुक होना व रोना, क्रोध, बेचैनी, सिरदर्द, आत्मविश्वास में कमी आदि लक्षण उत्पन्न होते है इन सब लक्षणों से बचाव एवं मुक्ति के लिए एक अनुभुत नुस्खा प्रस्तुत है-
अचूक नुस्खा (Surefire treatment )
आंवला-50 ग्राम
शखपुष्पी-50 ग्राम
ब्राह्मी-50 ग्राम
गिलोय- 50 ग्राम
जटामांसी- 50 ग्राम
उपरोक्त सभी सामग्री लेकर महीन चुर्ण करके अच्छी तरह मिलाकर रख लें। इसकी एक-एक चम्मच मात्रा शहद, जल या आंवले के शर्बत के साथ दिन में तीन बार सेवन करें। बच्चों को इसकी आधी मात्रा सेवन कराएं। यह नुस्खा बच्चों से लेकर वृद्ध तक सभी के लिए पूर्ण रूप से सुरक्षित है।
गर्भवती महिला यदि पुरे गर्भ काल में नियमित इसका सेवन करती रहती है तो उनके होने वाले शिशु हर प्रकार के मानसिक रोगों से सुरिक्षित रहता है।
उपचार और प्रयोग-
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