Sunday, November 1, 2015

दूसरी स्त्री के प्रति आसक्ति दूर करे - To remove the attachment to another woman

अगर आपके पति किसी अन्य स्त्री पर आसक्त हैं और आप से लड़ाई-झगड़ा इत्यादि करते हैं पति स्वभाव ही चंचल प्रवर्ती का होता है बहुत कम लोग है जो इनसे भिन्न है जरा सा भी सुन्दरता या आकर्षण से उस ओर खिचे चले जाते है इस प्रकार के पतियों के लिए जो अन्य स्त्री के मोहजाल में फंस गये हों या आपस में प्रेम नहीं रखते हों तथा  लड़ाई-झगड़ा करते हों तो इस प्रयोग  द्वारा पति को अपने अनुकूल बनाया जा सकता है-



अगर आपके पति किसी अन्य स्त्री पर आसक्त हैं और आप से लड़ाई-झगड़ा इत्यादि करते हैं। तो यह प्रयोग आपके लिए बहुत कारगर है प्रत्येक रविवार को अपने घर तथा शयनकक्ष में गूगल की धूनी दें-धूनी करने से पहले उस स्त्री का नाम लें और यह कामना करें कि आपके पति उसके चक्कर से शीघ्र ही छूट जाएं। श्रद्धा-विश्वास के साथ करने से निश्चिय ही आपको लाभ मिलेगा।

जिन स्त्रियों के पति किसी अन्य स्त्री के मोहजाल में फंस गये हों या आपस में प्रेम नहीं रखते हों, लड़ाई-झगड़ा करते हों तो इस टोटके द्वारा पति को अनुकूल बनाया जा सकता है।

गुरुवार अथवा शुक्रवार की रात्रि में १२ बजे पति की चोटी (शिखा) के कुछ बाल काट लें और उसे किसी ऐसे स्थान पर रख दें जहां आपके पति की नजर न पड़े। ऐसा करने से आपके पति की बुद्धि का सुधार होगा और वह आपकी बात मानने लगेंगे। कुछ दिन बाद इन बालों को जलाकर अपने पैरों से कुचलकर बाहर फेंक दें। मासिक धर्म के समय करने से अधिक कारगर सिद्ध होगा।

शुक्ल पक्ष के प्रथम रविवार को प्रातःकाल स्नानादि से निवृत्त होकर अपने पूजन स्थल पर आएं। एक थाली में केसर से स्वस्तिक बनाकर गंगाजल से धुला हुआ मोती शंख स्थापित करें और गंध, अक्षत पुष्पादि से इसका पूजन करें। पूजन के समय गोघृत का दीपक जलाएं और निम्नलिखित मंत्र का 1 माला जप स्फटिक की माला पर करें। श्रद्धा-विश्वास पूर्वक 1 महीने जप करने से किसी भी व्यक्ति विशेष का मोहन-वशीकरण एवं आकर्षण होता है। जिस व्यक्ति का नाम, ध्यान करते हुए जप किया जाए वह व्यक्ति साधक का हर प्रकार से मंगल करता है। यह प्रयोग निश्चय ही कारगर सिद्ध होता है।

मंत्र : ऊँ क्रीं वांछितं मे वशमानय स्वाहा।''

पति-पत्नी के बीच वैमनस्यता को दूर करने हेतु :-


रात को सोते समय पत्नी पति के तकिये में सिंदूर की एक पुड़िया और पति पत्नी के तकिये में कपूर की दो टिकियां रख दें। प्रातः होते ही सिंदूर की पुड़िया घर से बाहर फेंक दें तथा कपूर को निकाल कर उस कमरे जला दें।


पति को वश में करने के लिए :-


ये प्रयोग किसी भी माह के शुक्ल पक्ष से आरम्भ करे आप एक पान का पत्ता ले कर उसके उपर चन्दन पावडर और केसर पावडर को मिला कर रक्खे तथा दुर्गा माँ की फोटो के सामने चढ़ाये माता जी की फोटो के सामने बैठ कर चँडी स्त्रोत का पाठ 43 दिन तक करें तदुपरांत पाठ करने के उसी चन्दन और केसर का तिलक आप माथे पे लगा कर पति के सामने जाए यदि किसी कारण से पति घर पे न हो तो उनकी तस्वीर के समक्ष जाए  पान का पता रोज़ नया लें जो कि साबुत हो कहीं से कटा फटा न हो - रोज़ प्रयोग किए गए पान के पत्ते को अलग किसी स्थान पर रखें - 43 दिन के बाद उन पान के पत्तों को जल प्रवाह कर दें - शीघ्र समस्या का समाधान होगा -

शनिवार की रात्रि में 7 लौंग लेकर उस पर 21 बार जिस व्यक्ति को वश में करना हो उसका नाम लेकर फूंक मारें और अगले रविवार को इनको आग में जला दें। यह प्रयोग लगातार 7 बार करने से अभीष्ट व्यक्ति का वशीकरण होता है।

उपचार और प्रयोग -

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