माता के अनुचित आहार विहार के कारण उसका दूध दूषित हो जाता है-जिससे बच्चे की पाचन शक्ति खराब होकर वायु विकारयुक्त हो जाती है-इसमें मल का सूख जाना-मल त्याग का अभाव पेट में दर्द गुडगुडाहट उल्टी आदि होते है-छोटा बच्चा रोते- रोते बेहाल हो जाता है-ऐसी स्थिति में निम्नलिखित घरेलू उपचार करने चाहिये।
नीम के तेल का फ़ाहा गुदा मार्ग में लगाने से -मलावरोध दूर हो जाता है
रात को बीज निकाला हुआ छुहारा पानी में भिगो दें और सुबह उसे पानी में मसल कर निचोड लें,छुहारे को फ़ेंक दें,वह पानी बच्चे को आवश्यकता के अनुसार देने से मलावरोध दूर हो जाता है-
बडी हरड को पानी के साथ पत्थर पर घिसकर उसमें मूंग के दाने के बराबर काला नमक डालें-उसे गुनगुना गरम करके बच्चे को एक चम्मच दिन में तीन बार देने से मलावरोध दूर हो जाता है-
उपचार स्वास्थ और प्रयोग-http://www.upcharaurprayog.com/
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