Friday, August 21, 2015

सेक्स पॉवर को बढ़ता है मसाज - Massage increases Sex Power

बदलते परिवेश में आज- कल सेक्स-संबंधी समस्याएं बढती जा रही हैं। यूं तो सेक्स शक्ति बढाने का दावा कई दवाएं करती हैं, लेकिन अब सवाल ये उठता है किआप इन पर कितना विश्वास कर सकते है ऎसे में सबसे सुरक्षित और असरकारी तरीका है-


क्या होती है -मसाज- थेरेपी :-




रोमांटिक माहोल में प्यार व सेक्सी तरीके से किए गए मसाज की बात और उसका उसर ही कुछ और होता है सेक्स में मसाज का पूरा फायदा तभी मिलेगा, जब पार्टनर्स एक-दूसरे का मसाज करें।


जी हाँ वेसे इस के कई फायदे हैं, बहुत से रोगों और शरीरिक कमजोरी में भी इससे लाभ मिलता है। जहां तक सेक्स-संबंधी अधिकतर समस्याएं तनाव से उत्पन्न होती हैं और मसाज तनाव दूर करने का कारगर तरीका है।


मसाज मसाज से रामछिद्र खुाल जाते हैं, त्वचा पर चमक आती है, साथ ही रक्त-संचार तेज होता है, जिससे बाकी अंगों के साथ-साथ सेक्स ऑर्गन्स को भी पोषण मिलता है।


मसाज के प्रकार मालिश को वैज्ञानकि रूप से तीन भागों में बांटा जा है:-




पहला तरीका है -फ्रिक्शन यानी घर्षण, जिसमें दोनों हाथों से मांसपेशियों को जोर से रगडकर मालिश की जाती है। इससे रक्तसंचार तेज होता है, जिससे मांसपेशियों और टिश्यूज को शक्ति मिलती है।


दूसरा तरीका है -बीटिंग यानी हल्की थपकी। इसमें हल्की थपकी, ताल या कंपन का प्रयोग होता है। इसमें उंगलियों या हथेली से पूरे शरीर पर या किसी विशेष अंग पर थपकी द्वारा मालिश की जाती है, जिससे खासतौर से मूत्राशय और प्रजनन अंगों की कमजोरी दूर होती है। इससे महिलाओं की मासिक संबंधी गडबडी के साथ-साथ एसिडिटी और कब्ज भी दूर होता है। हल्के-हल्के मुक्के मारने से भी लाभ मिलता है। नितंबो पर इस तरह से मालिश करने से स्त्रियों के सेक्स ऑर्गन्स को शक्ति मिलती है।


तीसरे तरीका है - इस प्रकार की मालिश में जिस तरह आटा गूंधा जाता है, उसी तरह से मांसपेशियों पर मालिश की जाती है, जिससे सेक्स ऑर्गन्स को खासतौर से लाभ मिलता है।


मसाज भी एक तरह का निष्क्रिय व्यायाम है। बहुत से लोग एक्सरसाइज नहीं कर सकते, वो मसाज के जरिए इसका लाभ उठा सकते हैं।


आपने देखा होगा कि हमारे यहां मोच आने पर, सिरदर्द में या टूटी हडि्डयों को बैठाने के लिए ही ज्यादातर मसाज का प्रयोग किया जाता है। हमारे यहां सेक्स के लिए मसाज- थेरेपी उतनी पॉपुलर नहीं है, जबकि विदेशों में सेक्स विकारों को दूर करने के लिए मसाज थेरेपी काफी प्रचलित है।





आप जाने कि मसाज में आप किस प्रकार का तेल प्रयोग करें:-




आयुर्वेद में सुगंधित तेलों के प्रयोग पर जोर दिया गया है- वेसे मसाज केलिए नारियल, तिल या जैतून का तेल अच्छा रहता है। वेसे तेल का चुनाव मौसम को देखते हुए भी करना चाहिए।



आमतौर पर नारायण तेल, शतावरी तेल, चंदनबाला, दशमूल व लाक्षा तेल के प्रयोग पर जोर दिया जाता है। इन सुगंधित तेलों के प्रयोग से दोहरा लाभ मिलता है, मालिश के लाभ के साथ-साथ इनकी खुशबू का भी असर होता है। क्युकि सुगंधित चीजें सेक्स इच्छा का बढाती हैं और जिन पु्ररूषों को सेक्स-संबंधी कोई कमजोरी है, वो इनके प्रयोग से बिना दवा के भी ठीक हो सकते हैं।



अब आप जाने मसाज का तरीका क्या है :-


मसाज के लिए सबसे पहले सुगंधित तेल हथेलियों पर लगाकर जिस अंग की मालिश करनी हो, उस पर हल्के से दबाव डालकर मालिश करें।और यह मालिश तब तक करें, जब तक कि तेल पूरी तरह न सोख ले और अंग की त्वचा हल्की लाल न हो जाए। यह मालिश शीघ्रपतन के रोगियों के लिए काफी लाभदायक होती है। मालिश इस तरह से करें कि रक्तप्रवाह ऊपर की ओर हो।लेकिन मालिश की शुरूआत पैरों से करें। शरीर के अंगों को मसाज करते समय हाथों व मूवमेंट की दिशा नीचे से ऊपर की ओर होनी चाहिए।आप हाथों की मालिश उंगुलियो से शुरू करके कंधों की तरफ बढें।


मसाज की दिशा शरीर में हो रहे रक्तसंचार की दिशा से विपरीत नहीं होनी चाहिए। पैर के तलुओं से शुरू करके फिर पैर की उंगलियो, पिंडलियों, जांघो की मालिश करें और उसके बाद हाथों, भुजाओं, पेट, वक्षस्थल, पीठ, कंधो की मालिश करें।


जांघों के अंदरूनी भाग, हाथ-पैरों के उंगलियों के बीच में, स्तनों के आस-पास मालिश करने से सेक्स उत्तेजना बढाने में विशेष लाभ मिलता है। इस प्रकार की मालिश से महिलाएं अपने शरीर को आकर्षक बना सकती हैं।


स्तनों का सेक्स में काफी महत्व है, अत: महिलाओं के स्तन कम विकसित हैं, वे स्तनों पर हल्के दबाव के साथ घर्षण करते हुए स्तनों की मालिश करें।अच्छा होगा कि इस तरह कि मालिश खुद न करके किसी एक्सपर्ट से करवाएं। या फिर एक बार एक्सपर्ट से समझने के बाद अपने सहयोगी या पार्टनर से भी करा सकती है -


मालिश के अन्य उपाय :-


आज अधिकतर लोग शीघ्रपतन और नपुंसकता से पीडित हैं। इसके कारण वो सेक्स सुख से वंचित रहते हैं, पति की कमजोरी के कारण स्त्रियाँ भी सेक्स सुख नहीं ले पातीं, ऎसी हालत में खास तरीके से बने तेल से मालिश करने से सेक्स प्रॉब्लम्स को दूर करके सुख की अनुभूति ली जा सकती है।




सेक्स बूस्टर तेल (चंदनादि तेल) बनाये :-



श्वेत चंदन - 5 ग्राम
लाल चंदन - 5 ग्राम
पतंग - 5 ग्राम
कालीयक की लक़डी - 5 ग्राम
अगर - 5 ग्राम
देवदारू - 5 ग्राम
सरल काष्ठ - 5 ग्राम
पद्दाख - 5 ग्राम
तून की लक़डी - 5 ग्राम
कपूर - 5 ग्राम
कस्तूरी - 5 ग्राम
शिलारस -5 ग्राम
केशर - 5 ग्राम
जायफल -5 ग्राम
चमेली के पत्ते - 5 ग्राम
लौंग - 5 ग्राम
छोटी इलायची -5 ग्राम
ब़डी इलायची -5 ग्राम
शीतलचीनी -5 ग्राम
दालचीनी -5 ग्राम
तेजपाल -5 ग्राम
नागकेशर -5 ग्राम
सुगंधबाला -5 ग्राम
खस -5 ग्राम
जटामांसी -5 ग्राम
छैल छरीला -5 ग्राम
नागरमोथा -5 ग्राम
रेणुका -5 ग्राम
प्रियंगु -5 ग्राम
गंधबिरोजा -5 ग्राम
कपूर -5 ग्राम
गूगल -5 ग्राम
लाख -5 ग्राम
नखी -5 ग्राम
राल -5 ग्राम
धाय के फूल -5 ग्राम
गाठबन -5 ग्राम
मजीठ -5 ग्राम
तगर -5 ग्राम
मोम -5 ग्राम


उपरोक्त सभी सामग्री किसी पुराने आयुर्वेदिक दवा विक्रेता पंसारी से लाये सभी सामग्री का वजन 200 ग्राम होगा इनको लेके एक साथ पीसकर चटनी बना लें। फिर इसे एक किलो तिल के तेल में मिलाकर तेल सिद्ध कर लें। इसे महाचंदानादि तेल कहते हैं। यह तेल मेडिकल स्टोर्स पर भी उपलब्ध है। इस तेल से मालिश करने से न सिर्फ सेक्स पावर बढ़ता है, बल्कि यह तेल रक्तपित्त, क्षय, ज्वर, शरीर में जलन, प्रस्वेद, दुर्गध, कुष्ठ और खुजली को भी नष्ट करता है।


भल्लाताकाद्य तेल:-



भिलवा - 100 ग्राम
बडी कटेरी - 100 ग्राम
अनार के फल का छिलका - 100 ग्राम

अब आप तीनों को समान मात्रा मे लेकर 300 ग्राम कल्क (पेस्ट ) बना लें। फिर इसे चौगुने (1किलो) सरसों के तेल और चार लीटर पानी में मिलाकर पकाएं। जब केवल तेल रह जाए तो इसे उतारकर छान लें और शीशी में रख लें। पुरूष की जननेंद्रिय पर इस तेल से मालिश करने से कमजोरी दूर होगी और वह लंबे समय तक सेक्स कर पाएगा।


अश्वगंधा तेल :-



अश्वगंधा
शतावरी
कूठ
जटामांसी
छोटी व बडी कटेरी के फू ल

इन सभी को समान मात्रा में लेकर 250 ग्राम कल्क बना लें। इसे एक किलों तिल का तेल और चार लीटर दूध में मिलाकर पका ले जब तेल बचे तो रख ले इस तेल की मालिश करने से पुरूषों की जननेंद्रिय व महिलाओं के स्तन दृढ होते हैं।


पुरुषो के लिए तिला का प्रयोग:-




दालचीनी का तेल
बादाम का तेल
जमालगोटा का तेल
पिस्ता का तेल


सभी तेल समान मात्रा में लेकर एक साथ मिलाकर रख लें। इसे एक बूद की मात्रा में रात को सोेते समय अपनी इंद्रिय पर लगाये और ऊपर से पान का पत्ता बांधकर सो जाएं। इस तिला का प्रयोग एक महिने तक करने से लिंग का टेढापन, पतलापन एंव असमानता दूर हो जाती है और वो शक्तिशाली हो जाता है।

उपचार और प्रयोग-

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