आपके लिए लाये है एक विशेष तेल जो घर पे बनाए इस तेल से आपके बालो को कालापन -मजबूती- खुश्की- बालो का झडना आदी से निजात मिलेगी बस आपकी थोड़ी सी मेहनत से ये आपको अधिक समय के लिए बालो की होने वाली सभी बीमारियों से निजात दिला देगी -
सभी सामग्री आयुर्वेदिक दवा बेचने वाले पंसारी से मिल जायेगी -
सामग्री :-
लौह भस्म - 10 ग्राम
ब्राहमी - 10 ग्राम
लाल चन्दन - 10 ग्राम
आंवला चूर्ण - 25 ग्राम
भ्रंगराज चूर्ण - 25 ग्राम
काफ़ी चूर्ण - 25 ग्राम
मेंहदी के पत्ते - 20 ग्राम
जैतून का तैल- 50 ग्राम
अरण्डी का तैल - 50 ग्राम
नारियल का तैल - 500 ग्राम
अब आप तीनो तैलो को छॊड कर सभी चूर्ण का पेस्ट बना लें रात में पेस्ट बना कर रख दें-
सुबह लोहे की कडाही में तीनों तेल डाल कर यह पेस्ट डाल दें अब आप इस में -250 ग्राम पानी डाल दें.अब धीमी आंच पर पकाएं कि पानी जल जाये और सिर्फ़ तेल बचे उसके बाद भी लगभग दस मिनट और पकाएं फ़िर ठण्डा होने पर सूती कपडॆ की चार तह बना कर उस में से निचोड कर छान लें छने हुए तेल को एक बार फ़िर दो तह के सूती कपडॆ से छानकर एक शीशे की बोतल में रख लें-
सप्ताह में कम से कम दो बार इस तेल से रात को हाथों की अंगुलियों से बालों की जडॊ में अच्छी तरह से लगायें जिस से तेल त्वचा के अन्दर समा जाए सारी रात तेल लगा रह ने दें सुबह साफ़ पानी से बालों को धो लें बाजार के शैम्पू का प्रयोग न करें-
शैम्पू की जगह आप ये प्रयोग करे :-
आंवला(सूखा) -200 ग्राम
रीठा - 200 ग्राम
शिकाकाई - 200 ग्राम
ये तीनो को आपस में मिला कर रख लें और एक बार के प्रयोग के लिये 20 ग्राम मिश्रण को एक गिलास में लेकर रात को भिगो कर रख दें फिर आप सुबह इसे उबालें एक उबाल दे कर रख लें ठण्डा होने पर छान कर इससे सिर साफ़ करें-
सिर्फ एक माह के प्रयोग के बाद ही आपको अनुभव होगा कि देशी जड़ी बूटियों का क्या प्रभाव है आज लोग केमिकल युक्त शेम्पू की तरफ भाग-भाग के बाद के लिए अनेक बीमारी को मोल दे के खरीद रहे है-
हमारी माताओं बहनों को आज के आधुनिक जीवन में समय का आभाव नहीं है उनका आधा काम तो वाशिग मशीन और मिक्सी ने ले लिया है तो कम से कम अपने बालो की देखभाल तो कर ही ले -
क्युकि सुंदरता स्त्री का आभूषण है
उपचार और प्रयोग-
No comments:
Post a Comment